- टैक्स कलेक्शन में सिर्फ जोन 3 बेहतर, बाकी हर जोन की स्थिति खराब
- ओटीएस स्कीम को लेकर नगर आयुक्त ने समीक्षा कर लगायी फटकार
बिजनेस लिंक ब्यूरो
लखनऊ। नगर निगम अब भवन कर के बड़े बकाएदारों के घर के बाहर बैंड बजाएगा। जोन के सबसे बड़े बकाएदारों के घर के बाहर बैंड बजेगा। यही नहीं घर के बाहर माइक लगाकर एलान भी किया जाएगा। नगर निगम ने एक बैंड कम्पनी को इसका जिम्मा भी दे दिया है। नगर आयुक्त डा. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बीते शुक्रवार को कर वसूली की समीक्षा की।
बड़े बकाएदारों के खिलाफ अभियान में सुस्ती को देखते हुए उन्होंने कड़ी नाराजगी जतायी। उन्होंने बड़े बकाएदारों के घर के बाहर बैंड बजाने का आदेश दिया। बीते सोमवार को जोन एक व चार, मंगलवार को जोन दो, बुधवार को जोन तीन, बृहस्पतिवार को जोन पांच व आठ, शुक्रवार को जोन सात व शनिवार को जोन छह में बैंड बजाने का दिन तय किया गया है।
नगर आयुक्त ने सरकारी व अर्धसरकारी भवनों द्वारा गृहकर न जमा करने पर खाते सीज करने का भी आदेश दिया। ओटीएस की समीक्षा करते हुए नगर आयुक्त ने पाया कि जोन एक में 23016 भवन स्वामियों में से सिर्फ 3047 भवन स्वामियों ने ही कर जमा किया गया है।
1560 अनावासीय भवनों में सिर्फ 158 भवनों का ही कर जमा होने पर भी नगर आयुक्त ने नाराजगी जतायी। सरकारी भवनों का भी कर नगर निगम में अभी तक जमा नहीं हुआ है। नगर आयुक्त ने जोनल अधिकारी को फटकार लगाते हुए बिल भेजने के जिम्मेदार कर्मचारी को निलम्बित करने का आदेश दिया।
नगर आयुक्त ने जोन दो में भी कुल 25,423 आवासीय भवनों में सिर्फ 2937 का ही कर जमा होते पाया गया। अलीगंज जोन में 42499 आवासीय भवनों के मुकाबले सिर्फ 8683 भवनों का ही कर जमा होते पाया गया। गोमती नगर जोन में 13764 आवासीय भवनों के मुकाबले सिर्फ 3176 भवनों का ही कर जमा मिला। ठाकुरगंज जोन की स्थिति सबसे खराब मिलने पर नगर आयुक्त ने नाराजगी जतायी। यहां पर 84025 भवनों में से 7105 भवनों का ही कर जमा होते पाया गया। जोन सात में भी अब तक सिर्फ पन्द्रह फीसदी भवनों का ही कर जमा हुआ था। जोन आठ में 5546 भवनों का कर जमा हुआ था जबकि कुल भवनों की संख्या 23302 है। नगर आयुक्त ने बकाएदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया।
8622 पटरी दुकानदारों को मिलेगा ठौर-ठिकाना
लखनऊ। शहर में 8622 पटरी दुकानदारों को ठिकाना मिलेगा। सभी आठ जोन में चिह्नित किए गए 148 वेंडिंग जोन के लिए दुकानें शिफ्ट करने के लिए नगर निगम वेंडिंग कमिटी ने अपनी रिपोर्ट बीते शुक्रवार को जिलाधिकारी व नगर आयुक्त को सौंप दी है। सड़क पर गुमटी, ठेला व खोमचा लगाने कुल 12 हजार 443 ने नगर निगम ने फॉर्म जमा किया था। एक ही परिवार के कई लोगों ने फार्म जमा किया था।
इसे रोकने के लिए 12 अलग-अलग कमेटियां बनाई गई थीं। उनकी रिपोर्ट व सत्यापन के बाद 3500 से ज्यादा लोगों का फॉर्म निरस्त कर दिया गया है। आठ हजार 622 लोग वास्तविक रूप से फाइनल हुए हैं। सबसे ज्यादा जोन एक 1844 और जोन चार 1820 लोग चयनित किए गए हैं। उधर वेंडिंग जोन के लिए चिह्नित किए गए 172 स्थानों में यातायात पुलिस की आपत्ति के बाद 148 स्थानों को अंतिम रूप दिया गया है। जिलाधिकारी की अनुमति मिलने के बाद वेंडरों को शिफ्ट करने का काम शुरू हो जाएगा।
गंदगी से पटा मिला नाला दोबारा होगी सफाई
महापौर संयुक्ता भाटिया ने मानसून पूर्व शहर के नालों की सफाई का औचक निरीक्षण किया। महापौर बीते शुक्रवार को अचानक हुसैडिया चौराहे पर पहुंची जहां उन्होंने जोनल अधिकारी, नगर अभियंता एवं अन्य अधिकारियों को फोन करके तलब किया। इसके पश्चात महापौर ने आरआर विभाग द्वारा साफ किये गए हुसैडिया चौराहा नाले का निरीक्षण। नाला गंदगी से पटा मिला। महापौर ने दयाल पैराडाईज स्थित नाले का भी निरीक्षण किया, जहां महापौर को सिल्ट जाम मिली।
महापौर संयुक्ता भाटिया ने नगर अभियंता कवलजीत पर नाराजगी जाहिर करते हुए नाले को दुबारा साफ करने के निर्देश दिया। इसके बाद महापौर संयुक्ता भाटिया ने गोमतीनगर के विनीत खण्ड स्थित रेलवे क्रासिंग पार्क में बने वेंडिंग जोन का भी निरीक्षण कर उसका मॉडल भी देखा। इसके बाद महापौर ने उसे मॉडल वेंडिंग जोन बनाने एवं उसके आस- पास पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्ष लगाने के लिए निर्देशित किया। इस मौके पर महापौर संयुक्ता भाटिया संग जोनल अधिकारी सुजीत श्रीवास्तव, नगर अभियंता कवलजीत सिंह सहित अन्य अधिकारी- कर्मचारी उपस्थित रहें।