- उद्योगपतियों-कारोबारियों से लॉकडाउन पर औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने की चर्चा
- बंदी की वजह से तीन महीने का लीज़ रेंट व अन्य शुल्क माफ़ करने की उद्यमियों ने की मांग
- बिजली के बिलों में स्थाई शुल्क माफ़ करके मीटर रीडिंग के आधार पर भुगतान लेने का किया अनुरोध
बिज़नेस लिंक ब्यूरो
लखनऊ। पीएचडी चैंबर ऑफ़ कॉमर्स ने वीडियो कॉन्फ़्रेन्सिंग के माध्यम से औद्योगिक इकाइयों की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिये संवाद कार्यक्रम आयोजित किया। इस संवाद कार्यक्रम में उद्योगपतियों और कारोबारियों की विभिन्न समस्याओं को औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना और शीर्ष विभागीय अधिकारियों ने सुना एवं सम्भव समाधान का आश्वासन दिया।
इस संवाद कार्यक्रम में सभी कारोबारी और उद्यमी इस बात पर एकमत रहे कि फैक्ट्रियों से पहले बाज़ार को खोला जाए। अन्यथा बिना बिक्री के उत्पादन से कोई लाभ नहीं होगा। साथ ही उप्र के औद्योगिक इलाक़ों में बंदी की वजह से तीन महीने का लीज़ रेंट व अन्य शुल्क माफ़ करना व बिजली के बिलों में स्थाई शुल्क माफ़ करके मीटर रीडिंग के आधार पर भुगतान लेने का अनुरोध भी किया गया। सरकार द्वारा यह कहा गया है कि फैक्ट्री के स्टाफ़ के घर आने जाने की व्यवस्था फैक्ट्री मालिक को करनी होगी। व्यवहारिक न होने के कारण इस आदेश को भी उद्योग मंत्री से निरस्त करने का अनुरोध किया गया।
औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने उत्तर प्रदेश के प्रमुख उद्योगपतियों व कारोबारियों से कोरोना की मौजूदा चुनौतियों पर चर्चा के दौरान उनकी समस्याएं सुनीं व सुझावों पर शीघ्र समाधान का भरोसा दिलाया। इस महत्वपूर्ण वार्ता में शीर्ष विभागीय अधिकारियों ने हिस्सा लिया। औद्योगिक विकास आयुक्त व नोएडा अथॉरिटी के चेयरमैन आलोक टंडन और उप्र राज्य औद्योगिक विकास अथॉरिटी के सीईओ अनिल गर्ग ने उद्यमियों की समस्याएं सुनीं व सरकार का पक्ष रखा। कारोबार से जुड़े सरोकारों व समस्याओं के त्वरित निदान की सरकार की इस शैली को सभी ने सराहा।
औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कोरोना से देश स्वास्थ्य के साथ-साथ गंभीर आर्थिक संकट से भी जूझ रहा है। कारोबारियों और सरकार के बीच बेहतर सामंजस्य से हम कोरोना की यह जंग जीत सकते हैं। सरकार कारोबारियों की हर संभव मदद के लिए तैयार है। वीडियो कॉन्फ़्रेन्सिंग के माध्यम से यह संवाद कार्यक्रम पीएचडी चैंबर ऑफ़ कॉमर्स ने आयोजित किया। इस दौरान पीएचडी चैंबर के यूपी चैप्टर चैयरमैन व गौड संस के मनोज गौड समेत जयपुरिया समुह के शरद जयपुरिया, कजारिया टाइल्स के अशोक कजारिया, केंट आरओ के महेश गुप्ता, सलोरा समुह के गोपाल जीवराजका, रैडिको खेतान के ललित खेतान, केएम शुगर मिल के एल के झुंनझुनवाला व उप्र के अनेक उद्योगपति, प्रमुख कारोबारी व उद्योग संगठनों के प्रतिनिधियों ने इस संवाद में हिस्सा लिया।
पीएचडी चैंबर यूपी चैप्टर के को-चेयरमैन मनीष खेमका ने कहा, वैबिनार के नतीजे वास्तविक सेमिनार या कार्यक्रम से ज्यादा प्रभावी रहे। इसमें भारत के साथ-साथ बड़ी संख्या में ब्रिटेन, थाईलैंड, कनाडा व जापान जैसे देशों में रह रहे उत्तर प्रदेश के प्रवासी नागरिकों ने भी अपनी समस्याओं व सुझावों को साझा किया। इस वेबिनार में कनाडा में प्रवासी भारतीय कारोबारियों की सबसे बडी संस्था इंडो कैनेडियन चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के नेशनल प्रोसिडेंट प्रमोद गोयल, ओवरसीज़ फ़्रेंड्स ऑफ़ बीजेपी के यूके प्रेसिडेंट कुलदीप शेखावत, लंदन से अजय अग्रवाल, सुमित जालान, मधुरेश मिश्रा, थाईलैंड से डा. अलका गुप्ता, जापान से डा. सुशील यामामोतो समेत पीएचडी यूपी के को चेयरमैन गौरव प्रकाश, रंजित मेहता, अतुल श्रीवास्तव व अनेक महत्वपूर्ण व्यक्तियों ने हिस्सा लिया।