Breaking News
Home / अंतरराष्ट्रीय / संकट में सकारात्मक सन्देश

संकट में सकारात्मक सन्देश

डॉ दिलीप अग्निहोत्री

नरेंद्र मोदी को सदैव विपक्ष के नकारात्मक हमले झलने पड़ते है। गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए ही उनकी यह नियति निर्धारती हो गई थी। यह सिलसिला आज तक जारी है। यह कल्पना थी कि कोरोना आपदा के समय विपक्ष का नजरिया कुछ समय के लिए बदल जायेगा। इस समय आपदा प्रबंधन के साथ लॉक डाउन भी अपरिहार्य है। नरेंद्र मोदी सरकार ने इसपर बेहतर ढंग से अमल किया है। विश्व में नरेंद्र मोदी की प्रशंसा हो रही है। कोरोना से जंग में उन्हें नम्बर वन बताया जा रहा है।

लेकिन भारत का विपक्ष इस संकट में भी मोदी के प्रति नफरत छोड़ने को तैयार नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपनी पार्टी पदाधिकारियों से वीडियो कांफ्रेसिंग वार्ता में मोदी पर खूब हमले बोले। उन्हें आमजन के मनोबल की भी परवाह नहीं थी। जबकि इसके अगले दिन नरेंद्र मोदी ने आमजन के मनोबल बढ़ाया। राष्ट्रीय पंचायत दिवस के अवसर पर वह पंचायत सदस्यों से मुखातिब थे। समस्त पंचायतों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उन्होंने संबोधित किया।

प्रधानमंत्री ने एकीकृत ई-ग्राम स्वराज पोर्टल को लॉन्च किया। जिसके जरिए गांव की विकास परियोजनाओं पर नजर रखी जा सकेगी। संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना ने हमारे काम करने का तरीका बदल दिया है। उन्होंने कहा कि इस महामारी ने हमारे सामने कई मुसीबतें खड़ी की हैं लेकिन हमें आत्मनिर्भर बनने का सबक भी दिया है। कभी प्रधानमंत्री के रूप में राजीव गांधी ने कहा था कि दिल्ली से सौ पैसे भेजे जाते है, लेकिन गांव तक पन्द्रह पैसे ही पहुंचते है। मोदी ने दावा किया कि अब गांवों में पूरे सौ पैसे पहुंच रहे है। मोदी ने पुनः लोगों को जागरूक किया। कहा कि कोरोना एक विचित्र वायरस है खुद किसी के घर नहीं जाता है। इसलिए दो गज दूरी का पालन करना जरूरी है। उन्होंने लोगो का मनोबल बढ़ाया। कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनान होगा। एक दौर वो भी था जब देश की सौ से भी कम पंचायतें ब्रॉडबैंड से जुड़ी थीं। अब सवा लाख से ज्यादा पंचायतों तक ब्रॉडबैंड पहुंच चुका है। इतना ही नहीं, गांवों में कॉमन सर्विस सेंटरों की संख्या भी तीन लाख से अधिक हो गई है। देश के गांवों में रहने वाले लोगों ने विश्व को अपने संस्कारों व परंपराओं की शिक्षा दी है। दुनिया को दो गज दूरी का सन्देश दिया है। यह कोरोना से बचाव में कारगर है।

आज दुनिया में चर्चा हो रही है कि कोरोना को भारत ने किस तरह जवाब दिया है। मोदी ने माना कि भारत में सीमित संसाधन है। कठिनाइयां है। फिर भी यहां के लोग परिस्थितियों का मुकाबला कर रहे है। कांग्रेस के नेता इस प्रकार आरोप लगा रहे है,जैसे छह वर्ष पहले तक स्वास्थ सेवाएं बहुत विकसित थी। जबकि इस क्षेत्र में इन छह वर्षों में ही सर्वाधिक कार्य हुए है। कांग्रेस के बयान समाज में निराशा फैलाने वाले है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सही है कि रुकावटें आ रही हैं, परेशानी हो रही है, लेकिन संकल्प का सामर्थ्य दिखाते हुए,नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ते हुए, नए नए तरीके खोजते हुए, देश को बचाने का और देश को आगे बढ़ाने का काम भी निरंतर जारी है। गांव के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए सरकार ने दो परियोजनाएं शुरू की है। सरकार ने भारत में ही मोबाइल बनाने का अभियान चलाया। इसका परिणाम है कि आज गांव गांव तक कम दामों वाले स्मार्टफोन पहुंच चुके हैं। इतने बड़े स्तर पर वीडियो कॉन्फ्रेंस हो रही हैं। यह इसी के कारण संभव हो पाया है।

गांव के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए आज सरकार द्वारा दो महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट शुरु किया गए हैं। एक है ई ग्राम स्वराज और दूसरे की विशेषता है कि उसके द्वारा हर ग्रामीण के लिए स्वामित्व योजना की शुरुआत हो रही है। ई ग्राम स्वराज के जरिए गांव में विकास योजनाओं की प्लानिंग में मदद मिलेगी। आज लॉन्च हुए एप ई ग्राम स्वराज के जरिए ग्राम पंचायतों के फंड,उसके कामकाज की पूरी जानकारी होगी। इसके माध्यम से पार्दशिता आएगी। परियोजनाओं के काम में भी तेजी आएगी। स्वामित्व योजना से ग्रामीणों अनेक लाभ होंगे। इससे संपत्ति को लेकर भ्रम और झगड़े खत्म होंगे। इससे गांव में विकास योजनाओं की योजना बनाने में मदद मिलेगी। इससे शहरों की तरह गांवों में भी लोग बैंकों से लोन ले सकेंगे।

About Editor

Check Also

vinay

सपा के प्रदेश सचिव बनें विनय श्रीवास्तव

बिजनेस लिंक ब्यूरो लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may use these HTML tags and attributes: <a href="" title=""> <abbr title=""> <acronym title=""> <b> <blockquote cite=""> <cite> <code> <del datetime=""> <em> <i> <q cite=""> <strike> <strong>