प्रदेश सरकार ने 5 अप्रैल को प्रदेश के सभी सरकारी व एडेड स्कूलों में योग शिक्षा को अनिवार्य करने का आदेश जारी किया है। इसके लिए मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों संग बैठक करके कई अहम फैसले लिए. इसमें योग के अलावा लड़कियों को सेल्फ डिफेंस सिखाने को भी अनिवार्य किया गया है। इसके तहत लड़कियों को खुद की सुरक्षा के लिए मार्शल आर्ट, कराटे आदि सिखाया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने बताया कि शारीरिक शिक्षा पहले से ही स्कूलों में दी जा रही है और अब योग का भी अभ्यास भी कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि योग किसी धर्म से नहीं जुड़ा है यह शारीरिक शिक्षा का हिस्सा है, इस दौरान कोई भी भगवान का नाम ले सकता है, अल्लाह का या ईसा मसीह का नाम ले सकता है। दिनेश शर्मा ने कहा कि सरकारी और एडेड विद्यालयों में योग की शिक्षा को अनिवार्य किया गया है। निजी संस्थाएं भी स्वेच्छा से अपने संस्थान में योग करवा सकती हैं। उन्होंने कहा कि योग भारतीय शिक्षण प्रणाली का अहम अंग, इसे बतौर फिजिकल एजूकेशन के तहत शिक्षा प्रणाली में शामिल किया गया है।
प्रदेश की शिक्षण व्यवस्था में योग को अनिवार्य किए जाने के बाद तमाम अधिकारियों को इस बाबत निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं कि संस्थानों में योग को अनिवार्य किया जाए, इसके अलावा स्कूलों को जरूरी संसाधन मुहैया कराए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं। यहां गौर करने वाली बात यह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी योग के समर्थक हैं और उन्होंने हाल ही में योग को सभी को जोड़ने वाली और बंधुत्व को बढ़ाने वाली क्रिया बताया था।