उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा देने के लिए उठाया गया कदम
दो मुख्य अभियंताओं की तैनाती से मिलेगी सहूलियत
लखनऊ। राजधानी के विद्युत उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने व निर्बाध बिजली आपूर्ति करने के लिए लखनऊ विद्युत सम्पूर्ति प्रशासन लेसा को विभाजित कर दो धड़ों में बांट दिया गया है। अब शहर में एक मुख्य अभियंता की जगह दो मुख्य अभियंता की तैनाती होगी। इसमें एक मुख्य अभियंता सिस गोमती व ट्रांसगोमती दो कार्यालय होंगे। यह निर्णय बीते बुधवार को मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के निदेशक मण्डल की बैठक में लिया गया। इस नई व्यवस्था से राजधानी के करीब साढ़े आठ लाख उपभोक्ताओं की मानीटरिंग बेहतर तरीके से हो सकेगी। सिस गोमती मुख्य अभियंता कार्यालय गोखले मार्ग व ट्रांसगोमती मुख्य अभियंता कार्यालय गोमतीनगर के विभूति खण्ड में होगा। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के निदेशक मण्डल की बैठक में राजधानी के विद्युत उपभोक्ताओं के हितों के तहत लिये गये अहम फैसले में यह कहा गया है कि वर्तमान समय में एक मुख्य अभियंता कार्यालय होने से पूरी राजधानी की मानीटरिंग करना मुश्किल हो रहा है। इससे मुख्य अभियंता पर काम का दबाव ज्यादा होने से मानीटरिंग भी बेहतर तरीके से नहीं हो पा रही है। इसके लिए पावर कॉरपोरेशन को बीते दिनों मध्यांचल निगम ने दो मुख्य अभियंता कार्यालय बनाये जाने का प्रस्ताव भेजा था, जिसपर बोर्ड मीटिंग में इस प्रस्ताव पर मोहर लगा दी गयी। अभियंताओं का कहना है कि इस नई व्यवस्था से विद्युत उपभोक्ताओं को फायदा मिलेगा। साथ ही इसके बेहतर नतीजे आगामी डेढ़ दो माह में देखने को मिलने लगेंगे। लेसा के दो धड़ों में विभाजित हो जाने के बाद सिस गोमती मुख्य अभियंता कार्यालय से सम्बद्ध सर्किल वन, तीन, सात व आठ के अन्तर्गत आने वाले डिवीजन हुसैनगंज, राजभवन, अमीनाबाद, ऐशबाग, अपट्रान, राजाजीपुरम, रेजीडेंसी, चौक, आलमबाग, ठाकुरगंज, कानपुर रोड और सर्किल चार के सेस के तीन डिवीजन शामिल किये गये हैं। इसी प्रकार ट्रांसगोमती मुख्य अभियंता कार्यलय से सम्बद्ध सर्किल दो, तीन, छह, नौ, दस जिसमें गोमतीनगर, चिनहट, मुंशी पुलिया, इन्दिरानगर, बख्शी का तालाब, डालीगंज, रहीमनगर के साथ ही वृंदावन, सेस दो व चार डिवीजन शामिल होंगे। गौरतलब है कि राजधानी में कुल उपभोक्ताओं की संख्या साढ़े आठ लाख है। जिसकी देखभाल के लिए दस सर्किल, 26 डिवीजन, दस परीक्षण डिवीजन और चार निर्माण खण्ड डिवीजन है। जानकारों की मानें तो नये मुख्य अभियंता के चयन करने की जिम्मेदारी प्रबंध निदेशक मध्यांचल को दी गयी है। मध्यांचल प्रबंध निदेशक अरविंद राजवेदी के मुताबिक सिस गोमती मुख्य अभियंता कार्यालय गोखले मार्ग पर रहेगा वहीं ट्रांसगोमती मुख्य अभियंता कार्यालय गोमतीनगर के विभूति खण्ड में होगा और जल्द ही ट्रांसगोमती मुख्य अभियंता की तैनाती करा दी जाएगी।
पहले भी बनाया गया था प्रस्ताव
लेसा के दो धड़ों में बंटवारे और दो मुख्य अभियंता की तैनाती को लेकर प्रस्ताव पहले भी बनाया गया था। लेसा में दो मुख्य अभियंता की तैनाती को लेकर काफी प्रयास भी किया गया था। लेकिन इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिल पायी थी। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने की बजाय लेसा में सर्किल व डिवीजन कार्यालय बढ़ा दिए गए थे। लगातार उपभोक्ताओं की संख्या बढऩे को लेकर यह प्रस्ताव तैयार किया गया था। ताकि बेहतर सुविधा प्रदान की जा सके।