- कार्यदायी संस्थाओं के माध्यम से पार्को में तैनात कर्मियों से जिम्मेदारी वापस ली
- पहले चरण में 300 फिर दूसरे चरण में अन्य पार्क किए जाएंगे चयनित
बिजनेस लिंक ब्यूरो
लखनऊ। नगर निगम की ओर से अपने पार्को के सौंदर्यीकरण और बेहतर मेंटीनेंस कराने की दिशा में रणनीति बनाई गई है। इसी कड़ी के तहत निगम की ओर से पहले तो कार्यदायी संस्थाओं से पार्को के मेंटीनेंस में तैनात कर्मियों से जिम्मेदारी वापस ले ली गई है, वहीं दूसरी तरफ इन पार्को के रखरखाव की जिम्मेदारी सर्विस प्रोवाइडर्स को दी गई है। यह कदम ओपन टेंडर के माध्यम से उठाया गया है। पहले चरण में 300 पार्को में सर्विस प्रोवाइडर्स को जिम्मेदारी दी गई है, जबकि जल्द ही अन्य पार्को में भी यही व्यवस्था लागू की जाएगी। जिससे हर पार्क बेहतर रहे और जनता इनका लाभ ले सके।
मिली जानकारी के अनुसार निगम प्रशासन की ओर से इस कदम को उठाने की वजह यह बताई जा रही है कि अक्सर देखने में आता है कि पार्को में एजेंसियों के माध्यम से तैनात संविदा कर्मी लापरवाही बरतते हैं। यह भी देखने में आता है कि ज्यादातर कर्मचारी ड्यूटी के दौरान नदारत रहते हैं। इसकी वजह से पार्को के मेंटीनेंस पर असर देखने को मिलता है। पार्को का मेंटीनेंस सही से न होने के कारण जनता को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सूत्रों की माने तो निगम की ओर से उठाए गए इस कदम से कई पार्षद नाराज हैं। मालवीय नगर वार्ड की पार्षद ममता चौधरी का कहना है कि उनके वार्ड में स्थित पार्को से एकाएक कर्मचारी कम कर दिए गए हैं। जिसकी वजह से पार्को के मेंटीनेंस पर असर पड़ रहा है। उनका यह भी कहना है कि इस संबंध में वह नगर आयुक्त से मुलाकात करेंगी और अपनी शिकायत दर्ज कराएंगी। वहीं और कई पार्षदों का कहना है कि उनके द्वारा कार्य ठीक तरह से किया जा रहा था, फिर अचानक एकाएक सर्विस प्रोवाइडर्स को पार्क सौपने का नियम कुछ अजीब सा है।
ओपन टेंडर निकाला
निगम की ओर से पार्को की स्थिति में सुधार लाने के लिए ओपन टेंडर किया गया। पहले चरण में करीब 300 पार्को के लिए टेंडर निकाला गया। इस प्रक्रिया में उन सर्विस प्रोवाइडर्स का चयन किया गया, जो पार्को का रखरखाव करेंगी। टेंडर में पहले ही यह स्पष्ट कर दिया गया है कि सर्विस प्रोवाइडर्स पार्को के सौंदर्यीकरण के साथ- साथ मेंटीनेंस की जिम्मेदारी संभालेंगे। इसके साथ ही उपकरण भी खुद ही लाएंगे। नगर निगम की ओर से उनके हर कदम की केवल मॉनीटरिंग की जाएगी।
तैनात रहेंगे माली
निगम प्रशासन की ओर से यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि पार्को में तैनात माली बने रहेंगे। ये माली निगम के परमानेंट कर्मचारी हैं। इनके साथ ही सर्विस प्रोवाइडर के कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे। मालियों को ही मौके पर मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी दी जाएगी, जिससे पार्को के सौंदर्यीकरण में कोई लापरवाही न बरती जा सके।
पार्को के सौंदर्यीकरण और बेहतर मेंटीनेंस के लिए ही यह कदम उठाया गया है। नई व्यवस्था के तहत पहले चरण में 300 पार्को को चयनित किया गया है। इसके बाद दूसरे पार्क चयनित किए जाएंगे।
डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त