तेलगू फिल्मों का केंद्र तेलंगाना, तमिल फिल्मों का केंद्र तमिलनाडु, मलयाली फिल्मों का केंद्र केरला तो बंगाली फिल्मों का केंद्र कोलकाता है। भाषा आधारित इन फिल्मों और इस पर आधारित फिल्म उद्योग का केंद्र वही राज्य है जहाँ इनकी राज्य की आधिकारिक भाषा वही भाषा है जो वहां की फिल्मों …
Read More »जीडीपी नहीं जीवन के आंकड़े अनमोल
पंकज जायसवाल जीवन है तो सब है। मृत्यु के बाद सब कुछ यहीं छोड़ के जाना है, चिता के साथ कुछ भी नहीं जाता है। जीवन है तो अर्थ का मूल्य है अन्यथा निर्मूल्य। अर्थशास्त्र का भी अंतिम उद्देश्य है सुख एवं संतुष्टि। सनातन अर्थशास्त्र का उद्देश्य पारिस्थितिकीय तंत्र सुखी …
Read More »टैक्स वैलेट योजना लाये सरकार
जिस प्रकार कोरोना ने आम आदमी और व्यापारियों के आय को बुरी तरह से प्रभावित किया है, उसी तरह से इस कोरोना ने केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को बुरी तरह से प्रभावित किया है। हम इस परेशानी को ऐसे समझ सकते हैं कि जब हमारे परिवार में पांच लोग …
Read More »यादों में अनकही बात
डॉ दिलीप अग्निहोत्री आदरणीय लाल जी टण्डन अब हमारे बीच नहीं है। उन्होंने अपनी पुस्तक अनकहा लखनऊ में अनेक तथ्य उजागर किये थे। मिलनसार होना लखनऊ के चिर परिचित मिजाज रहा है। लाल जी टण्डन की जीवन शैली इसी के अनुरूप थी। तरुण अवस्था में वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ …
Read More »कोरोना काल और स्कूल फीस
पंकज जायसवाल मुंबई। तमाम अन्य बदलावों और परेशानियों के साथ इस कोरोना काल ने पढ़ने, पढ़ाने, निजी या गैर सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के तौर तरीकों को बुरी तरह से प्रभावित किया है। इस पर बहस करने से पूर्व आइये इसके कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों को जान लेते हैं। इन निजी …
Read More »भारतीय संस्कृति की प्रासंगिकता
राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल की धार्मिक प्रसंगों में गहरी आस्था है। राज्यपाल बनने के कुछ समय बाद वह मॉरीसस की यात्रा पर गई थी। यहां प्रवासी घाट पर भारतीयों के पहुंचने की एक सौ पचासवीं जयंती पर आयोजित समारोह में वह मुख्यातिथि थी। यहां उन्होंने कहा था कि हमारे पूर्वज …
Read More »श्रमिकों पर कांग्रेस का स्वांग
श्रमिकों की घर वापसी के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गम्भीरता से प्रयास करते रहे है। इस सम्बंध में उनकी कार्ययोजना व्यापक हितों को ध्यान में रखकर बनाई गई थी। इसमें श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचाने के साथ ही उनके स्वास्थ्य, कोरोना जांच, इलाज, आवश्यकता के अनुसार क्वारण्टान, भोजन, पानी,आदि को …
Read More »रेलवे पटरी पर मिली रोटियाँ चीख रही, इमदाद की बातें फाज़िल हैं
लाकडाउन का आदेश सुना, जनता की पीड़ा से, सरकार हो गयी गाफ़िल है। कोरोना मानव का ही नहीं, इसका वायरस व्यवस्था का भी कातिल है। ओपीडी खुलने का आदेश नहीं, नर्सिंग होम भी बन्दी में शामिल हैं। बिना डायलिसिस किडनी पेसेन्टों को, रोने के सिवा क्या हासिल है। जाँच परीक्षण …
Read More »स्वदेशी की अलख जगाकर विश्वगुरू बन जाओ
स्वदेशी आंदोलन महज स्वतंत्रता आंदोलन का हिस्सा नहीं बल्कि विकासशील भारत की एक आर्थिक रणनीति का आधार था लखनऊ। कोविड-19 वायरस वैश्विक संकट बन कर उभरा है जिसने पूरी दुनिया को तबाह कर दिया है। इस संकट के समय हमें जीवन बचाना चाहिए और आगे बढऩा चाहिए। देश की अर्थव्यवस्था को …
Read More »कोरोनामिक्स: उम्मीद का नया अर्थशास्त्र
कोरोना महामारी केवल कुछ समय के लिए अर्थशास्त्र की दशा को बदलने नहीं जा रही है, कोरोना नया इकोनोमिक्स बनाने जा रही है कोरोनामिक्स। यह कोरोनामिक्स अर्थव्यवस्था पर तब तक शासन करेगा जब तक कि इसके लिए दवा न विकसित हो जाए हो और लोगों के दिल में जैविक युद्ध …
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